
खबरों के अनुसार केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम गुट)/एमएलजेके-एमए को यूएपीए के तहत गैरकानूनी संगठन घोषित किया गया है तथा केंद्र सरकार ने इस पर UAPA के तहत प्रतिबंध लगा दिया है | गृह मंत्रालय का कहना है की मुस्लिम लीग और इसके सदस्य जम्मू कश्मीर में राष्ट्रविरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हैं और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं और लोगों को जम्मू कश्मीर में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए उकसाते हैं |
देश विरोधी गतिविधियों की वजह से गृह मंत्रालय द्वारा मुस्लिम लीग पर पांच साल का प्रतिबंध लगयाा गया है | मुस्लिम लीग मसरत आलम ग्रुप की अध्यक्षता मसरत आलम भट करता है | मुस्लिम लीग अपने राष्ट्रविरोधी और पाकिस्तान समर्थक प्रचार के लिए जाना जाता है | मुस्लिम लीग जम्मू और कश्मीर को भारत से स्वतंत्र करना चाहता है ताकि जम्मू और कश्मीर का पाकिस्तान में विलय हो सके और जम्मू कश्मीर में इस्लामी शासन स्थापित हो सके |
पहले भी मुस्लिम लीग के सदस्य जम्मू और कश्मीर में अलगाववाद संबंधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं एवं इसके नेता और सदस्य आतंकवादी का समर्थन करने जम्मू और कश्मीर में सुरक्षाबलों पर लगातार पथराव सहित अन्य गतिविधियों में शामिल रहे हैं | संगठन मुस्लिम लीग पाकिस्तान के छद्म संगठनों सहित विभिन्न स्रोतों से धन जुटाता है, साथ ही अपनी गतिविधियों से देश के खिलाफ कार्य करता है |
गृह मंत्रालय के मुताबिक, इस समय देश में 42 संगठनों पर प्रतिबंध लगाया गया है | इनमें कई खालिस्तानी संगठन, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, लिट्टे और अलकायदा जैसे संगठन शामिल हैं |