नई दिल्ली, 28 अगस्त 2023: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-3 मिशन के तहत एक नया महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 28 अगस्त को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। यहां हम आपको इस मिशन के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य प्रस्तुत कर रहे हैं:
- मिशन का उद्देश्य: चंद्रयान-3 का प्रमुख उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर गहराईयों की खोज करना है। यह मिशन चंद्रयान-2 के पिछले मिशन के कई उपग्रहों के साथ सहयोग करके चंद्रमा की सतह के अध्ययन में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- तकनीकी उन्नतियाँ: चंद्रयान-3 मिशन में नवीन उपकरणों का उपयोग किया जाएगा, जिनमें उच्च स्तरीय चित्रण उपकरण और उच्च गुणवत्ता वाले वैज्ञानिक उपकरण शामिल होंगे।
- सहयोगी अंतरिक्ष एजेंसियाँ: इस मिशन को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ किया है, जैसे कि यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और जापानी अंतरिक्ष एजेंसी (JAXA)। इससे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान में भारत का योगदान मजबूत हो रहा है।
- इस मिशन के साथ भारत अब अमेरिका, रूस और चीन के साथ चंद्रमा पर पहुँचने वाले चार देशों मे से एक बन गया है तथा चंद्रमा के साउथ पोल पर पहुँचने वाला पहला देश बन गया है |
चंद्रयान-3 मिशन के साथ, भारत अंतरिक्ष अनुसंधान में नए उच्चाधिकृत स्तरों को प्राप्त करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। यह मिशन अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय में भी उत्साह पैदा कर रहा है।