स्थापना से अब तक : मूल्यों पर टिकी ‘भाजपा’

आज 6 अप्रैल को ही 1980 मे भाजपा की स्थापना हुई थी अतः भाजपा के स्थापना दिवस के मौके पर इस लेख के माध्यम से मैंने प्रयास किया है की संक्षेप मे भाजपा के इतिहास के विषय मे युवाओं को अवगत करा सकूँ ताकि जनता को यह समझने मे आसानी हो की भाजपा पार्टी किस किन विचारों को लेकर बनी है | आज़ादी के पहले से तथा संविधान बनने से भी पहले से काँग्रेस पार्टी का शासन भारत पर हो चुका था | काँग्रेस को स्वतन्त्रता आंदोलन मे उनके नेताओं के होने का लाभ मिला था | प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमति इन्दिरा गांधी के शासन तक लगातार जब एक ही पार्टी सत्ता मे रही तो उनके नेताओं से लेकर अफसरशाही तक सब निरंकुश हो गए | घोटालों की शुरुआत जीप घोटाले से नेहरू जी के समय से ही हो चुकी थी किन्तु इन्दिरा गांधी के समय आपातकाल लगने से जनता की सहनशीलता जवाब दे गयी और सभी विपक्षी दलों को साथ मे लेकर जनता पार्टी सत्ता मे आई किन्तु अलग अलग विचारों के दलों के मिलने के कारण आपस के संघर्ष के कारण मोरारजी सरकार सत्ता से चली गयी और फिर काँग्रेस का शासन आ गया |

आज़ादी के बाद से हिन्दू महासभा, समाजवादी विभिन्न धडे, वामपंथी तथा जनसंघ जैसी पार्टियां काँग्रेस का विरोध करती आई थी किन्तु श्यामप्रसाद मुखर्जी जी और दीनदयाल उपाध्याय जी के नेतृत्व मे  जनसंघ ने भारतीय जनता के मानस को समझ लिया तथा जनसंघ का जनाधार बढ़ता चला गया | अटल बिहारी वाजपेयी जी तथा लालकृष्ण आडवाणी जी ने भी जनसंघ मे अपना अभूतपूर्व योगदान दिया | किन्तु जब मोरारजी की सरकार गिर गयी उसके बाद काँग्रेस के अहंकार को तोड़ने के लिए एक मजबूत दल की स्थापना पर विचार किया गया | स्वतंत्रता के तीन दशकों के बाद जब देश सत्ता के स्वार्थ में मदांध हो चुकी कांग्रेस सरकार की भ्रष्ट नीति, लोकतंत्र को कुचलने के षड्यंत्र और असक्षम नेतृत्व की पीड़ा से जूझ रहा था, जब देश हित में बोलने वाले हर व्यक्ति को कांग्रेस जेल की कोठरियों में धकेल रही थी और राष्ट्र की संप्रभुता पर खतरा होते हुए भी व्यवस्था मौन साधे बैठी थी तब राष्ट्र धर्म सर्वोपरि के संकल्प के साथ 6 अप्रैल 1980 को देश में भारतीय जनता पार्टी रूपी नए सूर्य का उदय हुआ जिसकी तपस्या के तेज से समूचा भारत दमक उठा । कश्मीरी हिंदुओं के दर्द, सिक्ख दंगों मे उनकी लड़ाई लड़ना, तथा अयोध्या तक राम जन्मभूमि की यात्रा, धारा 370 आदि  जैसे विभिन्न मुद्दों पर भाजपा जनता से जुड़ती चली गयी |

आज केंद्र के साथ ही कई राज्यों में भाजपा की सरकार विकास के नए आयाम रच रही है लेकिन भाजपा की भूमिका केवल एक राजनीतिक दल की भूमिका नहीं रही है। भाजपा अंत्योदय तथा भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के स्वप्न को साकार करने के लिए समर्पित पुण्य प्रकल्प है | जिसके लिए राजनीति कभी भी साध्य नहीं रही, बल्कि राष्ट्रोत्थान का साधन रही है। राजनीतिक दल केवल सत्ता पाने के लिए चुनाव लड़ते हैं लेकिन पिछले 43 वर्षों में भाजपा ने चुनाव से परे अनेक लड़ाईयां लड़ीं हैं, यह लड़ाई है भारत के वास्तविक इतिहास और संस्कृति को स्थापित करने की।

विदेशी शक्तियों ने तो भारत की सनातन संस्कृति को खंडित करने के प्रयास किए ही थे लेकिन आजादी के बाद भारत के भीतर भी ऐसी शक्तियां संगठित होती रहीं जिन्होंने भारत को हर प्रकार से तोड़ने का प्रयास किया, इन शक्तियों से लड़ते हुए भाजपा के अनेक कार्यकर्ताओं जिसमे श्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी भी थे इनहोने मां भारती के गौरव की रक्षा के लिए बलिदान दिया है।

भगवान श्री राम का मंदिर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, भारत जो स्वयं श्री राम का देश है और भारत में श्री राम की जन्मस्थली पर ही श्री राम का मंदिर नहीं बन पाया था तब भाजपा, सनातन धर्म और संस्कृति के पुनरुद्धार की ध्वजवाहक रूप में सामने आई। भाजपा के नेताओं  ने ना सिर्फ इसके लिए कई आंदोलन किए बल्कि न्यायालय मे भी इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ी | संस्कृति रक्षा के लिए समर्पित भाजपा के नेतृत्व का परिणाम है कि आज देश मे चारों ओर भारत के समृद्ध इतिहास, संस्कृतिक  धरोहर और भारतीय ज्ञान परंपरा का लोक व्यापीकरण हो रहा है। जब भाजपा सत्ता में नहीं थी तभी से संस्कृति, राष्ट्रवाद और भारत स्वदेशी मूल्यों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। भाजपा ने धारा 370, राम मंदिर इत्यादि मुद्दों पर कभी समझौता नहीं किया | इसके लिए उनपर सांप्रदायिक होने के आरोप भी लगे तथा कई बार हार का सामना भी करना पड़ा | एक बार तो अटल जी की सरकार सिर्फ एक वोट से गिर गयी पर भाजपा ने अपने मूल्यों से समझौता नहीं किया | इसके बाद अटल जी ने सरकार बनाई और परमाणु परीक्षण करके देश को शक्तिशाली तो बनाया ही साथ ही साथ आधारभूत ढांचे के निर्माण  तथा सर्व शिक्षा अभियान जैसे विषयों पर भी अद्भुत कार्य किया | 2003 से 2014 तक एक बार फिर काँग्रेस की सरकार देश मे आ गयी और इस दौरान मुंबई हमले जैसे कई आतंकी हमले देश मे हुये तथा 2g घोटाले से लेकर कोममोनवेल्थ तक इतने घोटाले इस देश मे हुये की अन्न हज़ारे जैसे समाजसेवी तथा स्वामी रामदेव जैसे संत को भी आंदोलन करने पड़े |

इसके बाद 2014 मे पहली बार देश मे भाजपा को पूर्णा बहुमत देकर जनता से श्री नरेंद्र मोदी जी को अपना प्रधानमंत्री चुना | विविधता की चुनौतियों के बीच देश की एकता अखंडता और संप्रभुता को अक्षुण्ण रखते हुए विकास के नए आयाम रचना सरल नहीं है लेकिन करोड़ों कार्यकर्ताओं की दृढ़ इच्छाशक्ति और अपने मूल्यों के कारण भाजपा ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व मे भारत को दुनिया का नेतृत्व देने का प्रयास शुरू कर दिया है |

पूर्वोत्तर में उग्रवाद का अंत करना हो, कश्मीर के माथे से 370 जैसा कलंक मिटाना हो, राम मंदिर निर्माण हो, महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से तीन तलाक़ खत्म करना हो, या स्वदेशी वेक्सीन बनाना हो , परिवर्तन के हर पैमाने पर भाजपा खरी उतरी है।

भाजपा रूपी सूर्य के तले भारत अपने स्वर्णकाल की ओर लौट रहा है, भाजपा के हाथों में देश की बागडोर आने के बाद आतंकवाद नियंत्रण में है, भारत विरोधी शक्तियों के फन कुचले जा रहे हैं , युवा शक्ति को ‘आत्मनिर्भर भारत’ मे नई दिशा मिल रही है, गांव की चौपाल से लेकर शहर के मैदानों तक जनता एक स्वर में कह रही है “सुशासन हो तो भाजपा जैसा, संगठन हो तो भाजपा जैसा”।

सिर्फ संस्कृतिक कार्य ही नहीं भाजपा ने दीनदयाल उपाध्याय जी के ‘अंत्योदय’ के विचार को भी चरितार्थ करते हुये गरीबों को घर , शौचालय, गैस सिलेंडर, बैंक अकाउंट इत्यादि देकर अंतिम व्यक्ति तक पहुँचने और उसका विकास करने का अपना वादा निभाया है | इसके अलावा दुनिया के देशो को कोरोना के दौरान वेक्सीन देना तथा युद्ध मे फंसे लोगों की जान बचाने जैसे अद्भुत कार्यक्रमों के माध्यम से भारत ने दुनिया का भी दिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व मे जीत लिया है |

मध्यप्रदेश मे भी जहां एक समय बीमारू राज्य की छाप थी तथा सड़क, बिजली एवं पानी तक नहीं थे वही आज सड़कों का जाल बिछा हुआ है , बिजली पानी के साथ साथ इंटरनेट का जाल भी प्रदेश के हर कोने मे बिछ गया है | लाड़ली लक्ष्मी योजना, युवा स्वरोजगार योजना से लेकर बिरसा मुंडा एवं अन्य योजनाओं से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी की सरकार ने प्रदेश के हर वर्ग का भला किया है |

हाल ही मे जारी हुई युवा नीति मे प्रदेश सरकार ने स्टार्टअप, हिन्दी मे शिक्षा, कौशल विकास , कई तरह की फ़ेलोशिप इत्यादि के माध्यम से मध्यप्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा मे कदम बड़ा दिया है | भाजपा के कुशल नेतृत्व के कारण ही यह संभव हो सका है | भाजपा सिर्फ चुनाव जीतने के विषय मे ही नहीं बल्कि जनता, समाज, संस्कृति एवं भारत को विश्व पटल पर शीर्ष पर कैसे पहुंचाया जाए इस दिशा मे कार्य कर रही है | इसीलिए जनता का भरोसा भाजपा सरकार पर भी है और पार्टी पर भी , शायद यही कारण है की 2 सांसदों वाली पार्टी आज दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है | भाजपा के आदर्श श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी ने भाजपा के संघर्ष के दौर में कहा था कि “अंधेरा छंटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा”  और अथक तपस्या के बाद आज देशभर में कमल खिल रहा है, यह कमल राष्ट्र के पुनर्निर्माण के अपने संकल्प को पूरा करते हुए पूर्ण आत्मविश्वास के साथ खिल रहा है।

-SV

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